BRS नेता K Kavitha को Delhi Excise Policy केस में 27 August को मिली बेल।

क्यों मिली BRS नेता K Kavitha को bail.

New Delhi, 27 August (PTI) इस साल मार्च में गिरफ्तार की गईं भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता K Kavitha ने मंगलवार देर शाम तिहाड़ जेल से बेल मिलने के बाद बाहर निकल आईं। K Kavitha

Supreme Court ने क्या कहा :

India Supreme Court ने कहा Delhi Excise Policy scam से जुड़े “Corruption” और “Money laundering” के मामले में उन्हें bail दे दी थी। तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद, K Kavitha ने कहा, ‘हम लड़ेंगे और खुद को innocent साबित करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि मुझे political reasons से तिहाड़ जेल में इतने महीनो से डाला गया था। और उन्होंने कहा मैंने कुछ भी गलत नहीं किया हैं और ना ही कभी करुँगी। Jail के बाहर, BRS कार्यकर्ताओं और supporters ने K Kavitha का स्वागत करते हुए ढोल बजाए और पटाखे फोड़े। उनके भाई और BRS के Executive President K T Rama Rao भी इस मौके पर मौजूद थे। K Kavitha (46) तिहाड़ की जेल नंबर 6 से बाहर निकलीं। Enforcement Directorate (ED) ने उन्हें 15 मार्च को Hyderabad में उनके घर से गिरफ्तार किया था, और Central Bureau of Investigation(CBI) ने 11 अप्रैल को जाने माने जेल “तिहाड़ जेल” से उन्हें गिरफ्तार किया था। Justice B R Gavai और Justice K V Vishwanathan की पीठ ने Tuesday को bail देते हुए कहा कि K Kavitha करीब पांच महीने से हिरासत में थीं और इन मामलों में CBI और ED द्वारा उनकी जांच पूरी हो चुकी है।

K Kavitha का Challenging बयान और Supreme Court का निर्णय:

एक चुनौतीपूर्ण स्वर में, काविथा ने कहा, “मैं उन लोगों को Interest के साथ लौटूंगी जिन्होंने मुझे और मेरे परिवार को इस कठिनाई से गुजरने के लिए मजबूर किया।” K Kavitha ने  मीडिया में खुलासा किया कि politics की वजह से उन्हें जेल में डाला गया और उन्होंने यह भी challenge किया कि उन्होंने कोई गलती नहीं की। “मैं लड़ूंगी और साबित करूंगी कि मैं innocent हूँ,” उन्होंने जोर देते हुए कहा। K Kavitha ने अपनी पहचान को स्पष्ट करते हुए कहा, “मैं Telangana की बेटी हूँ, केसीआर की बेटी हूँ। मैं गलती नहीं कर सकती। मैं stubborn और good हूँ।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पांच महीने के ordeal ने उनके परिवार और बच्चों पर गहरा असर डाला। बच्चों और परिवार से अलग होना उनके लिए विशेष रूप से कठिन था। उन्होंने वादा किया कि वे राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर लड़ेंगी और उनकी गिरफ्तारी ने पार्टी और केसीआर की दृढ़ता को और मजबूत किया है।

Law aur exception:

K Kavitha को अप्रैल में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा उनकी bail याचिका को खारिज किए जाने के बाद उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से संपर्क किया। हाई कोर्ट ने Prevention of Money Laundering Act के जमानत प्रावधानों में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण exception को नजरअंदाज कर दिया। कोर्ट ने तर्क किया कि काविथा एक ‘well-educated’ महिला हैं और इसलिए उन्हें ‘vulnerable’ नहीं माना जा सकता। यह बात सर्वोच्च न्यायालय को उचित नहीं लगी।

Enforcement Directorate (ED) :

Enforcement Directorate (ED) ने 15 मार्च को हैदराबाद के बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से K Kavitha को गिरफ्तार किया, और Central Bureau of Investigation (CBI) ने 11 अप्रैल को तिहाड़ जेल से उन्हें गिरफ्तार किया। उन पर आरोप था कि वे ‘साउथ ग्रुप’ का हिस्सा थीं, जो व्यापारियों और राजनेताओं का एक कार्टेल था, जिसने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को शराब लाइसेंस के बदले में 100 करोड़ रुपये की bribe दी। उन्होंने इन आरोपों से इंकार किया है। बीआरएस के संस्थापक और काविथा के पिता के चंद्रशेखर राव ने आरोप लगाया कि उन्हें BJP की प्रतिशोध की वजह से गिरफ्तार किया गया।
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